पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम की विख्यात 'चिंतन कुटी' अब राष्ट्रपति भवन में नहीं दिखेगी।
मुगल गार्डन में बनी यह झोपड़ी हटा दी गई है।
राष्ट्रपति भवन को उसके मूल स्वरूप में लाने का काम शुरू होने के बाद इस झोपड़ी को हटाया गया।
मणिपुरी शैली की यह झोपड़ी पूर्व राष्ट्रपति कलाम के कार्यकाल में बनाई गई थी। कलाम वहां रोज सुबह-शाम बैठते थे। कलाम प्यार से इसे 'चिंतन कुटी' (थिंकिंग हट)कहा करते थे। आगंतुकों को वह बताते थे कि उनकी दो किताबें इसी चिंतन कुटी के सोफे पर लिखी गई थीं।
इस झोपड़ी ने कलाम की रचनात्मकता को और धार दे दिया हो, पर पुनर्निर्माण के लिए बनाई गई विशेषज्ञ समिति के सदस्यों की आंखों में यह झोपड़ी खटक गई। उनके मुताबिक लुटियन द्वारा डिजाइन की गई इंग्लिश और मुगल शैली के योग से बने इस अद्भुत स्थापत्य की शोभा को यह झोपड़ी कम कर रही थी।
भाई साहब आपको इतना मोह इस ब्लॉग की प्रष्ठभूमि से क्यों है कोई कमजोर आँख वाला भी आपका ब्लॉग पढ़ सके इसका ध्यान रख कर थोडा काला रंग हल्का नहीं कर सकते - कालम साहब से प्यार तो अच्छी बात है पर उन काले अंग्रेजों का क्या करोगे जो देश में कोइ देशी चीज देखते ही बिगडेल सांड की तरह बिदकते हैं अपनी कला को देखने की स्वाभिमानी आंख सबके पास नहीं होती
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